सोमवार, 26 जुलाई 2010
विवि में रंगारंग कार्यक्रम था , कई बच्चो ने उसमे डांस भी किया, २ साल से लेकर २०, २४ साल के बच्चो ने अपने अपने अभिनय की प्रस्तुति दी , हर बच्चे के माता पिता भी शामिल थे पर पुरे कार्यकर्म में एक अनोखी चीज़ दिखी , जिसने बहुत भावुक कर दिया, उस कार्यक्रम में एक ६-७ का बच्चा था, जो अपने जैसे बच्चो को पानी पिला रहा था, और बार बार मंच को निहार रहा था की कार्यक्रम में उस बच्चे से पूछा की क्या आपका मन नही करता हैं की आप भी मंच पर हो, तो उसने धीरे से कहा की करता हैं पर रोटी खाने के लिए मुझे ऐसा करना पडता हैं , इससे आगे लिखने क्या जरूरत आप सभी समझ दार हैं , ऐ वतन तेरे इस देश में आज भी आंख भर आती हैं , और तब भी आँख भर जाती थी, जब अंग्रेजो के कोड़े हमारे वीरो पर पड़ते थे , जय हिंद ,
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