मंगलवार, 23 सितंबर 2008

takdeer



तोड़ना टूटे हुए दिल का बुरा होता हैं


जिसका कोई नही उसका खुदा होता हैं


मांग कर तुमसे खुशी लू मुझे मंजूर नही


किसकी मांगी हुई दोलत से भला होता हैं


लोग नाहक ही कहते हैं किसी को बुरा


हर इंसान अछा होता हैं मगर वक्त होता बुरा


इंसान को अपनी तबाही का कैसा शिकवा होता हैं


जिनता तकदीर में लिखा हैं उतना होता हैं

शनिवार, 20 सितंबर 2008

foji


करती हू उस फोजी को सलाम

जो सीमा पर रहता खड़ा सुबह और शाम

जो की हैं मेरे देश की आन और शान

मैं फोजी न सही पर हू एक इंसान

करती हू प्यार मुल्क से

कर दूंगी अपना सारा जीवन इस पर कुर्बान

हू तो मैं एक नन्ही सी जान

आउंगी एक दिन वतन के काम

शनिवार, 6 सितंबर 2008



बहुत मुश्किल है.........

वो देखो आ रहा हैं सामने से तूफान का मंजर

मगर वह पेड़ हैं उसका मुकदर हैं खड़े रहना

और कोई उस पेड़ से सीखे मुसीबत में अडे रहना

कि जिसने सीखा है तूफान मे भी खड़े रहना

लेकिन.............................एक बात और भी है

मैं कुछ बड़े लोगो की नीचता से वाकिब हो

बहुत मुश्किल हैं दुनिया मे बड़े बनकर रहना

शुक्रवार, 5 सितंबर 2008

सोमवार, 1 सितंबर 2008

आतंक


मुझे ठेस पहुचती है माँ


उसी के लिए


मुझे ठेस पहुँचती है

मुझे ठेस पहुंचती है
जब तुम मेरी बातो को नहीं समझ पाती हो तो
मुझे बहुत ठेस पहुँचती है माँ
जब गोद में जगह नही देती ही तो
मुझे ठेस पहुँचती है