यह फोटो मेरे एक साथी दीपचंद्र तिवारी की हैं जो फोटो खीचने में महारथ हासिल किए हुए हैं उनकी इस फोटो को देख कर मैंने कुछ पंक्तिया लिखी हैं..... हर किसी को पसंद आयेंगी
खूबसूरत यह समा हैं या फिर तेरा आगाज या फिर इतनी सुंदर इन वादियों में
किसी ख़ास के होने का गहरा एहसास
इन वादियों को छूते ये बादल जैसे लगता हैं
वादियों को हो इनसे कुछ काम
और इन वादियों को हो किसी के आने का एहसास
इन वादियों के बीच में नशे चूर यह बादल कर रहे हो
किसी ख़ास के होने का एहसास